CBSE के नए नियम से क्यों भाग रहे स्कूल

( CBSE) सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने क्लास में कितने बच्चे होने चाहिए इस पर नियम को लेकर फिर से चर्चा शुरू कर दी है की है. बोर्ड का मानना है कि एक क्लास में 40 से अधिक बच्चे नहीं होने चाहिए. इसके लिए स्कूलों को तीन साल का अल्टीमेटम भी दे दिया गया है कि वे अगले तीन साल मे सारी जरूरी व्यवस्थाएं कर लें और इस बात का ध्यान रखें कि एक कक्षा में 40 से अधिक स्टूडेंट्स न हों.

बोर्ड ने स्कूलों को तीन साल का समय दिया है. वो तीन साल में सभी जरूरी इंतजाम कर लें। 2025-26 तक इस नियम को लागू कर सकते हैं. बोर्ड का कहना है कि जो स्कूल ये नियम नहीं मानते उन पर एक्शन लिया जाएगा.

कुछ स्कूलों ने विरोध करना शुरू कर दिया हैं. स्कूलों कहना है कि अगर ये नियम लागू होता है स्कूल पर आर्थिक रूप से बोझ और बढ़ेगा. बच्चे कम करने के लिए और उन्हें स्कूल में एकोमडेट करने के लिए नये क्लास, टीचर, इंफ्रस्ट्रक्चर सभी की जरूरत पड़ेगी. बच्चों के लिए ये इंतजाम स्कूल पर आर्थिक बोझ बढ़ाएगा. वहीं अगर इसकी भरपायी के लिए अगर ट्यूशन फीस बढ़ायी जाती है तो पैरेंट्स पर बोझ पड़ेगा. इसलिए इस नियम को लागू करना ठीक नहीं है.

वही दूसरी ओर पेरेंट्स का मानना है कि क्लासों में बच्चे काम होने से उन पर ठीक तरह से टीचर ध्यान दे पाएंगे।ये नियम पूरी तरह से ठीक है और इसे जल्द से जल्द लागू कर देना चाहिए।