पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आदिवासियों को दिलाया जल-जंगल-जमीन का अधिकारः कन्हैया कुमार

इंदौर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, राज्यसभा सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार रविवार को इंदौर में आदिवासी युवा महापंचायत में शामिल हुए। कार्यक्रम में कन्हैया कुमार ने युवाओं में जोश भरते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारी जो पहचान है, उसे छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी आदिवासी हैं लेकिन बड़े जोर से कांग्रेस पार्टी पर कीचड़ उछाला गया। इस देश का इतिहास उठाकर देख लीजिए, पंडित जवाहरलाल नेहरू पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने संविधान सभा में आदिवासियों के लिए जल-जंगल-जमीन का अधिकार दिलाया। जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने वाले हमारे महामानव हैं।

कन्हैया कुमार ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने चैलेंज करते हुए कहा कि हम सच बोलते हैं और सच के लिए लड़ते हैं। दोनों गृह मंत्री आज इंदौर में हैं। अगर मैं गलत हूं तो हमें जेल में डालें, बिना मतलब के बयान देकर लोगों को गुमराह न करें।

उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री अपने बेटे को विदेश भेज सकते हैं तो हमारा भी अधिकार है कि हमारे बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिले। हम भी टैक्स देते हैं, आपके पैसे से हमने पीएचडी की है। हमने आपका नमक खाया है। इसका कर्ज अदा करेंगे। हम महात्मा गांधी की पार्टी से हैं। एमपी में रोज नए घोटाले पैदा हो रहे हैं। नया घोटाला पटवारी घोटाला है, जिसमें टॉपर ने बताया कि एमपी की राजधानी दिल्ली है।

उन्होंने नरोत्तम मिश्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि आपके राज्य में सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है, अपने राज्य को चला लीजिए, फिर दूसरे पर बयान दीजिए। सच बोलिए, क्योंकि जब चुनाव आता है तो दिल्ली इंदौर में घूमना शुरू कर देती है। आजकल दिल्ली इंदौर में घूम रही है। अब चुनाव आया है तो राजा का बेटा राजा नहीं होगा, आप सभी आदिवासी भाइयों को यह अहसास कराना होगा।

कन्हैया कुमार ने कहा कि देश में पंडित जवाहरलाल नेहरू, भगत सिंह, बाबा साहब अंबेडकर नहीं होते तो आगनबाड़ी का बेटा दो-दो मुख्यमंत्री के सामने भाषण नहीं दे रही होता। यह लोकतंत्र की ताकत है।

मंच पर मौजूद दिग्विजय सिंह ने कन्हैया कुमार का समर्थन किया। वहीं कमलनाथ ने जय जोहार से अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि मैं उस जिले से आता हूं, जिसकी आदिवासी आबादी आपके जिले से भी अधिक है। आप जाकर इंटरनेट में देखिए, छिंदवाड़ा जिले के आदिवासियों की संख्या कितनी है। मुझे गर्व है कि आदिवासियों के साथ काम करने का मुझे मौका मिला। अपनी युवा अवस्था को याद करते हुए कमलनाथ ने कहा अभी मैं बूढ़ा नहीं, जवान हूं। मुझे याद है यह 79 की बात है, जब मैं चुनाव लड़ा और जीता मैंने तभी संकल्प लिया कि जब जिले की सड़कें बनवा लूंगा तभी दम लूंगा।

इससे पहले सभी नेता कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला द्वारा आयोजित भगवान भोलेनाथ के महारुद्राभिषेक में शामिल हुए। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ को हनुमान प्रतिमा और गदा भेंट की। इसके बाद कन्हैया कुमार, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह रेडिसन होटल में शहर महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव की अहमियत कार्यक्रम में पहुंचे। यहां दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता सिंह ने कमलनाथ से पूछा कि अगर कांग्रेस सरकार आई तो महिलाओं के लिए क्या करेंगे तो कमलनाथ ने कहा कि अगर मत लगाइए, सरकार तो आएगी ही..इतना सुनते ही कांग्रेसियों के साथ मौजूद महिलाएं भी ठहाके लगाने लगीं।