विकास कार्यों की निगरानी के लिए बनाये जायं नोडल अधिकारी : ए. के. शर्मा

सभी नगर निकायों में साफ-सफाई, सुन्दरीकरण व्यवस्थापन एवं कूड़ा उठान के साथ विकास कार्यों की निगरानी व मॉनीटरिंग के लिए शीघ्र ही नोडल अधिकारी बनाये जाएं, जिससे कार्यों की गुणवत्ता का पता चले और विकास कार्य में तेजी आ सके। यह बातें नगर विकास मंत्री ए. के. शर्मा ने कही। वह बुधवार को नगर विकास विभाग के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में संचारी रोग, जलजनित एवं मच्छरजनित बीमारियों, डेंगू व मलेरिया के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसकी रोकथाम के लिए अभी से ही फॉगिंग एवं एन्टी लार्वा का छिड़काव कराया जाय, जिससे कि इन्हें पनपने से पहले ही रोका जा सके। उन्होंने कहा कि बरसात में नगरों की जल निकासी हेतु ड्रेनेज सिस्टम को ठीक रखें। जो भी आवश्यक कार्य हों उन्हें लगातार कराते रहें।

ए.के. शर्मा ने कहा कि जलभराव एवं गन्दगी के कारण कहीं पर भी बीमारियां न फैले, इसलिए नियमित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। डोर टू डोर कूड़ा उठान, कूड़ा प्रबंधन पर जोर हो। नगरों के सुन्दरीकरण, पार्कों के रखरखाव पर भी ध्यान दें। सभी निकाय अपने यहां की खराब स्ट्रीट लाइटों को शीघ्र बदलें। अंधेरे में लोगों को बेवजह दुर्घटना का शिकार न होना पड़े।

नगर विकास मंत्री ने कहा कि शहरों के निराश्रित पशुओं को रखने के लिए सभी नगर निगमों में मॉडल गौशाला बनाने के लिए शीघ्र प्रस्ताव तैयार करें। नगर पंचायतों एवं नगर पालिका परिषदों में भी कान्हा गौशालाओं के निर्माण कार्य में तेजी लाएं। इसी प्रकार विद्युत और गैस से संचालित होने वाले आधुनिक अन्त्येष्टि स्थल भी बनाये जाएं, खासतौर से धार्मिक स्थलों पर ऐसे शवदाह गृह बनाने पर ध्यान दिया जाय। इससे कि पर्यावरण प्रदूषण को रोका जा सके। उन्होंने स्मार्ट सिटी के अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिये। सहारनपुर और मुरादाबाद में चल रहे ऐसे अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा करें, जिससे जनता को इसका लाभ मिल सके।

उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध नगर सहित प्रदेश के सभी नगर निगमों को सेफ सिटी के रूप में मुख्यमंत्री ने विकसित करने पर जोर दिया है। इसके लिए सेफ सिटी परियोजना के कार्यों को तथा ऐसे निजी कैमरे को जो सड़क को फोकस कर रहे हों। उन्हें आईसीसीसी, आईटीएमएस से कनेक्ट करने की कार्यवाही को शीघ्र पूरा करें।

ए0के0 शर्मा ने सभी निकाय अधिकारियों को नवनिर्वाचित निकाय प्रतिनिधियों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर अपने निकाय के विकास कार्यों को कराने को कहा। उन्होंने सभी योजनाओं के तहत कराये गये कार्यों का वेब कलेक्शन बनाने को कहा, जिससे कि योजनाओं की प्रगति स्पष्ट हो सके। साथ ही सूडा के तहत संचालित योजनाओं एवं कार्यों की अधूरी किश्तों को शीघ्र जारी किया जाय।