इलाज के बाद ठीक हो सकती है गठिया

। गठिया के मरीज सही समय पर योग्य प्रशिक्षित चिकित्सक से इलाज कराने के बाद ठीक होकर सामान्य जीवन जी सकते हैं। गठिया को नजरंदाज करना नुकसानदेह है, क्योंकि समय पर इलाज न मिलने से बीमारी गंभीर हो जाती है। यह जानकारी हेल्थ सिटी हास्पिटल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप गर्ग ने दी।

हेल्थ सिटी हास्पिटल में आयोजित प्रेसवार्ता में आर्थराइटिस फाउंडेशन ऑफ लखनऊ के संस्थापक सदस्य डॉ. संदीप कपूर ने कहा कि लोग लाइफस्टाइल और सेहत की बात तो करते हैं, परन्तु हड्डियों की सेहत पर ज्यादातर लोगों का ध्यान नहीं जाता। लोगों की जागरूकता बढ़े इसलिए हर वर्ष 12 अक्तूबर को विश्व आर्थराइटिस दिवस मनाया जाता है। इसका मकसद जनता में जोड़ एवं हड्डियों के स्वस्थ सम्बन्धी जागरूकता फैलाना है।

उन्होंने बताया की लखनऊ में कम से कम पांच से सात लाख लोग हड्डी या जोड़ों की समस्या से ग्रसित हैं। ये संख्या कोविड के बाद बढ़ी है। इसकी बड़ी वजह वर्क फार्म होम है। घर में रहकर काम करने की आदत से शरीर को उसकी जरूरत के मुताबिक मूवमेंट कम हो गया है। बहत से लोग आरामतलबी करते हैं। कसरत या पैदल नहीं चलते हैं। वहीं अत्यधिक खाने और असंतुलित भोजन से वजन में इजाफा भी हुआ। वजन बढ़ने से शरीर के जोड़ों पर उसका दुष्प्रभाव हुआ है।

डॉ. कपूर ने कहा कि पैदल चलना, साइकिल चलना एक प्रकार की फिटनेस एक्सरसाइज है। इन्हें या इनमें से कोई भी व्यायाम या किसी भी प्रकार का व्यायाम हर एक व्यक्ति को करना चाहिए। यदि आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो भी अपने चिकित्सक से सलाह लेकर कोई न कोई कसरत कीजिए। यदि आप स्वस्थ्य हैं तो सुबह 40 मिनट की कसरत करें।

आर्थराइटिस फाउंडेशन ऑफ लखनऊ के संस्थापक सदस्य ने बताया की विश्व आर्थराइटिस दिवस (अक्टूबर 12) के मौके पर जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। कार्यक्रम के अंतर्गत प्रतिभागी सुबह साढ़े छह बजे हेल्थसिटी विस्तार सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर, सेक्टर-4 गोमती नगर विस्तार, पर एकत्र होंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार साइकिलिस्ट को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।